योजना का परिचय
जैसा कि आप जानते हैं कि हमारे देश में प्रतिभावान बच्चों की कोई कमी नहीं है। लेकिन उनकी प्रतिभा सामने नहीं आ पाती है। और ऐसा कई कारणों से होता है। बच्चों के टैलेंट का सामने न आने का मुख्य कारण होता है पैसे की कमी। पैसे की कमी के कारण बच्चों को उचित शिक्षा नहीं मिल पाती है जिससे उनकी प्रतिभा सामने नहीं आ पाती है। बच्चों की इसी समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा फ्री कोचिंग योजना चलाई जा रही है। यह योजना उन बच्चों के लिए अमृत समान है जो पैसे की कमी के चलते कोचिंग नहीं कर पाते हैं और अपनी प्रतिभा को दफन कर देते हैं।
PM फ्री कोचिंग योजना का उद्देश्य
पीएम फ्री कोचिंग योजना का मुख्य उद्देश्य उन बच्चों के टैलेंट को निखारना है जो पैसों की कमी के चलते कोचिंग नहीं कर पाते हैं।आपको बता दें कि हमारे देश में बहुत से ऐसे बच्चे हैं जिनके अंदर प्रतिभा तो बहुत है लेकिन उनकी प्रतिभा धरी की धरी रह जाती है सिर्फ इसलिए कि उनके पास पैसे नहीं होते कोचिंग करने के लिए। केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम फ्री कोचिंग योजना ऐसे बच्चों के लिए ही चलाई जा रही है। इस योजना के अंतर्गत ssc, railway, राज्य लोक सेवा आयोग, बिमा कम्पनी, अभियांत्रिकी, मेडिकल, सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों द्वारा करायी जाने वाली अधिकारी रैंक की परीक्षा इत्यादि विभागों में प्रवेश परीक्षा के लिए गुणवत्ता वाली कोचिंग मुहैया कराई जाती है।
विभिन्न संस्थानों द्वारा होती है यह योजना क्रियान्वित
इस योजना को केंद्र सरकार, राज्य सरकार, संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन, पीएसयू, केंद्र, राज्य सरकार के अधीन निकाय विश्वविद्यालय, निजी क्षेत्र के संगठन, एनजीओ इत्यादि संस्थानों द्वारा क्रियान्वित किया जाता है। इस योजना के अंतर्गत कोचिंग लेने वाले अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों का अनुपात 70:30 होगा। अभ्यर्थियों की संख्या कम होने की स्थिति में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय इस अनुपात को कम कर सकता है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए जरूरी योग्यता
योजना का लाभ लेने हेतु कुछ योग्यता निर्धारित किया गया है जो कि निम्न है
- प्रधानमंत्री फ्री कोचिंग योजना का लाभ लेने के लिए विद्यार्थियों ने उस पाठ्यक्रम/परीक्षा के लिए अर्हक परीक्षाओं में निर्धारित प्रतिशत अंक अवश्य प्राप्त किए हों जिसके लिए इस योजना के अंतर्गत नि: शुल्क कोचिंग दी जा रही है।
- विद्यार्थी जिस परीक्षा के लिए कोचिंग लेने वाले हैं उसमें विद्यार्थियों का चयन उनके द्वारा प्राप्त अंकों के आधार पर तैयार मेरिट के आधार पर किया जाना चाहिए।
- अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्ग के वही विद्यार्थी, जिनकी कुल पारिवारिक आय 3 लाख रुपए वार्षिक या उससे कम हो पात्र होंगे।
- इस योजना के अंतर्गत किसी विद्यार्थी द्वारा किसी एक प्रतियोगी परीक्षा में दो बार से अधिक लाभ नहीं उठाया जा सकता है।
- कोचिंग संस्थान विद्यार्थी से एक शपथपत्र भी लेगी जिससे यह सिद्ध होगा उन्होंने इस योजना का लाभ दो बार से अधिक नहीं लिया है।
- जहां परीक्षा दो स्तरों की होती है अर्थात प्रारम्भिक परीक्षा और मुख्य परीक्षा। यहां अनुसूचित जाति और अन्य पिछड़े वर्ग के विद्यार्थी दोनों परीक्षाओं के लिए नि: शुल्क कोचिंग के लिए योग्य होंगे।
- मुख्य परीक्षा के लिए कोचिंग उन अभ्यर्थियों को दी जाएगी जो प्रारम्भिक परीक्षा में पास हुए हैं।
- चयनित विद्यार्थियों को सभी कक्षाओं में उपस्थित होना अनिवार्य है।
- कक्षा में किसी भी विद्यार्थी द्वारा बिना किसी वैध कारण के 15 दिन तक अनुपस्थित रहने पर उसके लिए नि: शुल्क कोचिंग का लाभ बंद कर दिया जाएगा और उसके स्थान पर दूसरे विद्यार्थी को मौका दिया जाएगा।